मीरा भाईंदर वसई विरार पुलिस आयुक्तालय द्वारा आपातकालीन नं. '112' हुआ लॉंच
मीरा भाईंदर वसई विरार पुलिस आयुक्तालय द्वारा आपातकालीन नं. '112' हुआ लॉंच
वसई : मीरा भाईंदर वसई विरार पुलिस आयुक्तालय द्वारा मीरा रोड, भाईंदर , नायगांव, वसई, नालासोपारा और विरार के निवासियों के लिए अपना आपातकालीन नंबर '112' लॉन्च किया। इसके लिए बीट मार्शलों को संकटकालीन कॉलों का जवाब देने का काम सौंपा जाएगा। कमिश्नरेट में 13 पुलिस स्टेशन हैं और प्रत्येक बीट मार्शल के पास दो एमडीटी (मोबाइल डेटा ट्रांसफर) डिवाइस और एक वाहन-माउंटेड डिवाइस रहेगा जो संकटकालीन कॉल को संबोधित करता रहेगा। पुलिस उपायुक्त के अनुसार यह एक सरकारी पहल है जहां सभी आपातकालीन सेवाओं को एक हेल्पलाइन नं.112 में एकीकृत किया जाएगा तथा यह कॉल सीधे नियंत्रण कक्ष में जाएगा जहां पुलिसकर्मी संदेश को निकटतम बीट मार्शल तक पहुंचाएंगे। बताया जा रहा है कि प्रत्येक एमडीटी डिवाइस की कीमत 1.50 लाख रुपए है। एमडीटी डिवाइस जीपीएस के साथ सक्षम है और नियंत्रण कक्ष को गश्त करने वाले बीट मार्शलों का पता लगाने में मदद करता है जो जल्द से जल्द नागरिकों तक पहुंच सकते हैं। बीट मार्शल को ड्यूटी पर रहते हुए सक्रिय करने के लिए इंटरनेट-सक्षम डिवाइस में लॉग इन करना होगा और जब तक नियंत्रण कक्ष से संदेश को संबोधित नहीं करेंगे तब तक वह बिना रुके बजता रहेगा। इसके अलावा बीट मार्शल मार्ग की योजना बना सकते हैं और क्षेत्र का नक्शा भी बना सकते हैं। यह थ्री इन बिल्ट माइक्रोफोन हैं जिसे शोर वाली जगह पर भी स्पष्ट रूप से सुना जा सकता है। बीट मार्शलों ने एमडीटी डिवाइस को संचालित करने के लिए तीन दिवसीय प्रशिक्षण भी लिया। बीट मार्शल किसी स्थान पर पहुंचने वाले पहले पुलिसकर्मी होंगे। जहां किसी नागरिक को देखने के बाद बीट मार्शल को डिवाइस पर अपनी टिप्पणी देनी होगी। GPS ट्रैकिंग नियंत्रण कक्ष को बीट मार्शलों के स्थान को ट्रैक करने और आपात स्थिति के दौरान तेजी से सुदृढीकरण भेजने में मदद करेगी। एमबीवीवी पुलिस प्रमुख सदानंद दाते ने बस स्टैंड, शिक्षा केंद्रों, बाजार क्षेत्रों, रेलवे स्टेशनों, पुलिस स्टेशनों / चौकियों, पार्कों आदि पर महिला व बच्चों के शिकायत बॉक्स की स्थापना का भी आदेश दिया है। जिससे अपराध पर लगाम लगाने मे मदद मिलेगी।
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