सड़क पर हुए गड्ढों को लेकर मनपा मुख्यालय पर निकाला निषेध मोर्चा...
बहुजन विकास आघाड़ी ने भरी हुंकार, सड़क पर हुए गड्ढों को लेकर मनपा मुख्यालय पर निकाला निषेध मोर्चा...
मोर्चे के जरिए बविआ ने मनपा चुनाव का फूंका बिगुल.....
विरार (लालप्रताप सिंह) : वसई-विरार शहर मनपा क्षेत्र में सड़कों की खस्ता हालत को लेकर मनपा प्रशासन और सत्ता पक्ष के खिलाफ कड़ा रोष जताते हुए, पूर्व विधायक क्षितिज ठाकुर के नेतृत्व में बहुजन विकास आघाड़ी ने रविवार शाम 4 बजे मनपा मुख्यालय पर एक बड़ा मोर्चा निकालकर चुनाव से पूर्व शक्ति प्रदर्शन किया। वहीं दूसरी ओर, विधानसभा चुनाव के बाद शांत पड़े कार्यकर्ताओं में भी उक्त मोर्चे ने जोश भरने का काम किया है। बहुजन विकास आघाड़ी द्वारा निकाला गया यह पहला बड़ा मोर्चा था। इस मोर्चा में हजारों की संख्या में बहुजन विकास अघाड़ी के पदाधिकारी और कार्यकर्ता शामिल हुए। वसई विरार शहर में यह मोर्चा एक चर्चा का विषय बन गया है। कहा जा रहा है कि विधानसभा चुनाव के बाद से शांत पड़े बविआ ने इसी मोर्चा के जरिए मनपा चुनाव का बिगुल भी फूंक दिया है। विधानसभा चुनाव में बविआ के तीनों विधायकों के हारने के बाद पिछले 9 महीनों से बैकफुट पर चल रहे बविआ ने कल सड़क पर बने गड्ढे के खिलाफ बिगुल बजाकर कार्यकर्ताओं में उत्साह पैदा करने का कार्य किया है। कहा जा रहा है कि यह मोर्चा सफल रहा क्योंकि सभी पूर्व नगरसेवक, पुरुष व महिला पदाधिकारी और कार्यकर्ता इस मोर्चे में बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया। इस मोर्चे के माध्यम से बहुजन विकास अघाड़ी ने शांत बैठे कार्यकर्ताओं में जोश भर दिया है। विपक्ष आलोचना कर रहा था कि विधानसभा चुनाव में हार और ईडी के दांव सबसे निचले स्तर पर होने के कारण बविआ कोमा में चली गई है। वहीं पूर्व विधायक हितेंद्र ठाकुर द्वारा लिया गया मौन व्रत कार्यकर्ताओं को दुविधा में डाल रहा था। लेकिन इस मोर्चे से लोगों के मन में उठ रहे तमाम कई सवालों के जवाब मिल गए हैं। हालांकि वजह सड़कों पर बने अनगिनत गड्ढे थे, लेकिन मोर्चे से साफ है कि बविआ ने प्रशासन और मौजूदा विधायक को निशाना बनाकर मनपा पर एक बार फिर अपनी पकड़ मजबूत करने की नीति अपनाई है। मोर्चे के दौरान यह कहा गया कि बविआ जब सत्ता में थी तो मनपा द्वारा 400 करोड़ रुपये का एफडी किया गया था। इस मोर्चे के जरिए बविआ ने चार साल में प्रशासन को चौपट करने का आरोप लगाते हुए सत्ताधीशों को मुश्किल में डालने का भी प्रयास किया है। जैसे-जैसे चुनाव नज़दीक आएगा वैसे वैसे सत्ता के गलियारों में आरोप-प्रत्यारोप का दौर भी जारी रहेगा। कुलमिलाकर उक्त मोर्चे ने यह साबित कर दिया है कि पिछले 9 महीनों से अलग थलग, शांत बैठी बविआ अब नए जोश के साथ मनपा चुनाव का सामना करने की तैयारी में है। बविआ युवाओं के साथ-साथ अपने पुराने और परिचित कार्यकर्ताओं को भी चुनावी मैदान में उतारने की तैयारी कर रही है, जिससे संकेत मिल रहे हैं कि आगामी मनपा चुनाव काफ़ी टक्कर का होगा।
Comments
Post a Comment