अखिल भारतीय शिक्षा समागम 2025, तालुका स्तर पर दिव्यांग छात्रों के लिए चिकित्सा मूल्यांकन शिविर का आयोजन

अखिल भारतीय शिक्षा समागम 2025, तालुका स्तर पर दिव्यांग छात्रों के लिए चिकित्सा मूल्यांकन शिविर का आयोजन

पालघर (अनिरुद्ध मिश्रा) : राष्ट्रीय शिक्षा नीति (एनईपी) की पाँचवीं वर्षगांठ के अवसर पर, राष्ट्रीय कार्यक्रम "अखिल भारतीय शिक्षा समागम (एबीएसएस) 2025" के अंतर्गत पालघर जिले में विशेष आवश्यकता वाले छात्रों (सीडब्ल्यूएसएन) के लिए तालुका स्तर पर चिकित्सा मूल्यांकन शिविर आयोजित किए गए। इस पहल के तहत, जिले के विभिन्न तालुकाओं में चिकित्सा परीक्षण के साथ-साथ सहायक उपकरणों का वितरण भी किया गया। जिला परिषद पालघर के मुख्य कार्यकारी अधिकारी के मार्गदर्शन में, जिला शल्य चिकित्सक कार्यालय, शिक्षा विभाग और समावेशी शिक्षा शाखा के सहयोग से इस पहल का सफलतापूर्वक क्रियान्वयन किया गया। शिविरों के माध्यम से जिले के सैकड़ों दिव्यांग छात्रों को आवश्यक सामग्री वितरित की गई। स्थानीय स्तर पर रेफर किए गए 45 दिव्यांग छात्रों को व्हीलचेयर, कमोड चेयर, सीपी चेयर, श्रवण यंत्र, एमआर किट, रोलेटर आदि सामग्री वितरित की गई। इस कार्यक्रम में समूह शिक्षा अधिकारी माधवी टंडेल, समूह समन्वयक कांबले और आईईडी कर्मचारियों ने भाग लिया।

दहानू तालुका

समूह शिक्षा अधिकारी वाघ, समूह समन्वयक पाटिल और बीआरसी कर्मचारियों की उपस्थिति में 39 छात्रों को विभिन्न सहायक उपकरण वितरित किए गए।

जव्हार और मोखाडा 

जव्हार में 10 और मोखाड़ा में 4 छात्रों को सामग्री वितरित की गई। शिक्षा विभाग प्रशासन अधिकारी राजू खरपड़े और समावेशी शिक्षा टीम शिविर में उपस्थित थी।

वसई तालुका

स्वामी परिज्ञानश्रम शैक्षणिक केंद्र, विरार में आयोजित एक शिविर में 55 मूक-बधिर और मानसिक रूप से मंद छात्रों की जाँच की गई। ईएनटी विशेषज्ञ डॉ. दीप्ति गायकवाड़ और मनोचिकित्सक डॉ. विवेक किनी ने जाँच की। जिला समन्वयक रूपेश पवार और समावेशी शिक्षा कर्मचारी - गोटरने, कृतिका सावंत, परेरा, साबले, जाधव शिविर में उपस्थित थे।

पालघर तालुका

स्वर्गीय श्रीमती जे.वी. शापरिया मूक-बधिर विद्यालय में आयोजित एक शिविर में 5 मूक-बधिर और 17 मानसिक रूप से मंद छात्रों की जाँच की गई। डॉ. दीप्ति गायकवाड़ और डॉ. विवेक किनी ने जाँच की। इस अवसर पर जिला समन्वयक रूपेश पवार, समावेशी शिक्षा गोसावी, चिंचोलकर, कोंडेकर, स्नेहल सांखे, कल्पिता सांखे, पिंपल उपस्थित थे।

तलासरी तालुका

स्वर्गीय श्रीमती जे.वी. शापरिया मूकबधिर विद्यालय में आयोजित शिविर में 5 मूकबधिर और 17 मानसिक रूप से मंद छात्रों की जाँच की गई। डॉ. दीप्ति गायकवाड़ और डॉ. विवेक किनी ने जाँच की। इस अवसर पर जिला समन्वयक रूपेश पवार, समावेशी शिक्षा गोसावी, चिंचोलकर, कोंडेकर, स्नेहल सांखे, कल्पिता सांखे, पिंपल उपस्थित थे। 50 छात्रों को सहायक उपकरण वितरित किए गए। इस पहल में समूह विकास अधिकारी वैभव सपने, समूह शिक्षा अधिकारी निमिष मोहिते, समूह समन्वयक पाटिल और बीआरसी कर्मचारियों ने भाग लिया। इन चिकित्सा मूल्यांकन शिविरों के माध्यम से विशेष आवश्यकता वाले छात्रों को शैक्षिक न्याय और आवश्यक सुविधाएँ प्रदान करने का एक प्रभावी प्रयास किया गया।पालघर जिले के सभी समूह शिक्षा अधिकारियों, समन्वयकों और कर्मचारियों ने सामूहिक भागीदारी से इस पहल को सफल बनाया।

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