वन विभाग के भूखंड सर्वे नं.२५८ गांव मौजे गोखिवरे में भ्रष्टाचार के बलबूते किया जा रहा अवैध नव निर्माण, वन अधिकारी सो रहे हैं कुंभकर्णी नींद..??
वन विभाग के भूखंड सर्वे नं.२५८ गांव मौजे गोखिवरे में भ्रष्टाचार के बलबूते किया जा रहा अवैध नव निर्माण, वन अधिकारी सो रहे हैं कुंभकर्णी नींद..??
नालासोपारा : विरार पूर्व स्थित मांडवी वन परिक्षेत्र अंतर्गत नालासोपारा पूर्व स्थित सर्वे नं.२५८ गांव मौजे गोखिवरे, संतोष भवन में वन विभाग के भूखंड पर कानून कायदों व नियमों की अनदेखी करते हुए पहाड़ से लगकर अवैध नव निर्माण को दिया जा रहा है अंजाम...उक्त अवैध नव निर्माण अवश्य ही भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ चुका है अन्यथा इस कदर बेखौफ अवैध नव निर्माण को अंजाम नहीं दिया जाता। चंद पैसों की चका चौंध में कुछ लोग इतने खुदगर्ज हो गए हैं कि उन्हें किसी के जिंदगानी से कुछ लेना देना नहीं है। बता दें कि बरसात में यदि भूस्खलन की घटना घटती है तो अकारण ही कितने व्यक्ति अथवा कितने मासूम की जान जाने की संभावना से इंकार नहीं किया जा सकता किंतु उससे न तो वन अधिकारी को कुछ लेना देना नहीं है और न ही अवैध निर्माणकर्ता/ भूमाफिया को..?? इन्हें सिर्फ अपने जेब भरने से ही मतलब है। फिलहाल देखना होगा कि उक्त मामले में नव नियुक्त वन परिक्षेत्र अधिकारी रीता वैद्य क्या कार्रवाई करती है..?? उक्त अवैध नव निर्माण को जमीदोंज करते हुए सबंधित अतिक्रमणकारियों पर दंडात्मक कानूनी कार्रवाई की जाती है या फिर हमेशा की तरह नजराना लेकर तथास्तु का वरदान..??
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