गाय को राष्ट्रमाता घोषित करे केंद्र सरकार : मनोज बारोट

गाय को राष्ट्रमाता घोषित करे केंद्र सरकार : मनोज बारोट 

वसई : महाराष्ट्र की महायुति सरकार ने हाल ही में देश की गाय को राज्य माता घोषित किया है। गाय को राज्य माता का दर्जा देने के लिए राज्य सरकार का आभार व्यक्त करते हुए भाजपा के वसई विरार जिला उपाध्यक्ष मनोज बारोट ने अब केंद्र की मोदी सरकार से गाय को राष्ट्र माता घोषित करने की अपील की है। बारोट का कहना है कि हमारी पौराणिक कथाओं के अनुसार गाय में 33 करोड़ देवी-देवताओं का वास होता है, इसलिए गाय को हिंदू धर्म में पवित्रता और मातृत्व का प्रतीक माना जाता है। इसी तरह, गाय कई हिंदू देवी-देवताओं से जुड़ी है। विशेष रूप से यह भगवान श्री कृष्ण जैसे देवताओं से जुड़ा हुआ है और उन्हें गायों के चरवाहे और रक्षक के रूप में दर्शाया गया है। इसलिए गायों को दैवीय और प्राकृतिक उपकार का सांसारिक अवतार माना जाता है। इसी कारण से, गाय को कोई सामान्य पशु या जानवर नहीं, बल्कि दैवीय प्राणी माना जाता है और इसी कारण से गाय को हिंदू धर्म में "माँ" या "सभी की माँ" माना जाता है। कहा जाता है कि गाय के दूध, मूत्र (गोमूत्र) और गोबर में शुद्ध करने वाले गुण होते हैं। इसलिए गाय को हिंदू त्योहारों और अनुष्ठानों का एक अभिन्न अंग माना जाता है। हिंदू धार्मिक अनुष्ठानों और कई समारोहों में गाय एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। जन्म से लेकर मृत्यु तक, शादियों और गृहप्रवेशों में उनकी उपस्थिति शुभ मानी जाती है। इसलिए, दक्षिण भारत में पोंगल, उत्तर भारत में गोपाष्टमी और देश भर में गोवर्धन पूजा जैसे त्योहारों को अक्सर सजावटी वस्तुओं से सजाया जाता है और कृतज्ञता और भक्ति के साथ पूजा की जाती है।  हिंदू और सनातन संस्कृति में गाय को आस्था का प्रतीक माना जाता है।  यही कारण है कि कई रूढ़िवादी लोग मां का आशीर्वाद पाने के लिए गाय को उपहार भी देते हैं और यही कारण है कि हमारे संत महंत हमेशा सभी धार्मिक कार्यक्रमों में गोहत्या पर प्रतिबंध को लेकर आवाज उठाते रहे हैं। गायें दैनिक जीवन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं, दूध के माध्यम से भोजन प्रदान करती हैं और उन्हें कृषि और पर्यावरण के लिए पूरक भी माना जाता है। अतः इससे सभी प्राणियों को लाभ होता है और यह बात पूरी दुनिया जानती है। इसके बावजूद कुछ अधर्मी व दुष्ट लोग गौ तस्करी व हत्या कर सनातन धर्म की आस्था से खिलवाड़ कर देश का माहौल खराब करने के उद्देश्य से यह कृत्य कर रहे हैं। इसलिए मनोज बारोट ने मीडिया के माध्यम से केंद्र की मोदी सरकार से अपील की है कि ऐसे अराजक लोगों पर लगाम लगाने के लिए गाय को राष्ट्रमाता घोषित किया जाए और गायों की तस्करी और हत्या पर रोक लगाई जाए.मनोज बारोट ने स्पष्ट किया है कि गाय को राष्ट्रमाता का दर्जा दिलाने के लिए वसई तालुका की सभी सनातनी संस्थाओं से संपर्क कर हस्ताक्षर अभियान चलाया जाएगा और विजयादशमी के दिन वसई तालुका से उठी यह मांग अब पूरी होगी इसे पूरे देश में एक जन अभियान का रूप दिया जाए, ऐसा विश्वास मनोज बारोट ने व्यक्त किया है।

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