रिश्वतखोरी मामले में वन अधिकारी चढ़े पुलिस के हत्थे

रिश्वतखोरी मामले में वन अधिकारी चढ़े पुलिस के हत्थे 

वसई : रिश्वत प्रतिबंधक विभाग ने जाल बिछाकर गुरुवार की रात वन विभाग के गोखिवरे रेंजनाका स्थित वाघराल बिट सर्कल कार्यालय के एक वनपाल और एक वन रक्षक को 1 लाख 30 हजार रुपये की रिश्वत के मामले में गिरफ्तार किया है। वन रक्षक पन्नालाल बेलदार (35) और वनपाल पंकज सनेर (45) दोनों के खिलाफ वालीव पुलिस स्टेशन में मामला दर्ज किया गया है। शिकायतकर्ता के पास मुंबई-अहमदाबाद राजमार्ग के समानांतर एक चाली है। उक्त चाली के कमरों के दरवाजे राजमार्ग के विपरीत दिशा में हैं। शिकायतकर्ता ने इस चाली के कमरों तक आसानी से पहुंचने के लिए हाईवे की ओर बने दरवाजे को हटाने का काम शुरू कर दिया था। 16 सितंबर को फॉरेस्टर पंकज ने उसे कार्यालय में बुलाया. चूंकि हाईवे का किनारा वन विभाग की सीमा में है इसलिए वन अधिनियम के तहत तत्काल कार्रवाई की धमकी दी गई। उस समय शिकायतकर्ता ने कार्रवाई न करने का अनुरोध किया था। जिसके बाद फॉरेस्टर पंकज और फॉरेस्ट गार्ड पन्नालाल दोनों ने 3 कमरों के लिए प्रत्येक कमरे के लिए 80 हजार रुपये की रिश्वत की मांग की. शिकायतकर्ता ने कार्रवाई से बचने के लिए 16 सितंबर को मांगी गई राशि में से 90,000 रुपये का भुगतान कर दिया तथा बाकी रकम के लिए 25 सितंबर तक का समय मांगा था। इसके बाद पैसे मांगने पर शिकायतकर्ता ने गुरुवार को पालघर के रिश्वत प्रतिबंधक विभाग में शिकायत दर्ज कराई.शिकायत के अनुसार उक्त विभाग द्वारा कराए गए सत्यापन में पाया गया कि दोनों ने 90 हजार रुपए लिए और समझौता कर 1 लाख 30 हजार रुपए की मांग की। गोखिवरे के रेंज नाका स्थित वन विभाग कार्यालय में टीम द्वारा लगाए गए जाल पंचनामे के दौरान वन रक्षक पन्नालाल को 40,000 रुपये लेते हुए रंगे हाथों पकड़ा गया। इसके बाद वनपाल पंकज सानेर को भी गिरफ्तार कर लिया गया.

Comments

Popular posts from this blog

नायगांव क्षेत्र में दो गुटों में जमीनी विवाद को लेकर हुई गोलीबारी, कई लोग घायल

वसई-विरार में लगभग 35 साल से एक क्षत्र शासित बहुजन विकास आघाड़ी का किला हुआ ध्वस्त

फर्जी डॉक्टर पर मामला दर्ज, मिलाप यूनानी आयुर्वेदिक केंद्र के नाम से चलाया जा रहा था क्लिनिक