दहेज के लिए दवा देकर महिला और उसके अजन्मे बच्चे की हत्या करने वाले पति और सौतेले बेटे को किया गया गिरफ्तार
दहेज के लिए दवा देकर महिला और उसके अजन्मे बच्चे की हत्या करने वाले पति और सौतेले बेटे को किया गया गिरफ्तार
नालासोपारा : दहेज के लिए दवा देकर महिला और उसके अजन्मे बच्चे की हत्या करने वाले पति और सौतेले बेटे को गिरफ्तार करने में मध्यवर्ती अपराध जांच शाखा की टीम ने सफलता पाई है। यह कार्रवाई क्राइम डीसीपी अविनाश अंबुरे और एसीपी मदन बल्लाल के मार्गदर्शन में मध्यवर्ती अपराध जांच शाखा के पुलिस निरीक्षक राहुल राख के नेतृत्व में सहायक पुलिस निरीक्षक नितीन बेन्द्रे, दत्तात्रय सरक, उप पुलिस निरीक्षक हितेंन्द्र विचारे, सहायक पुलिस श्रीमंत जेधे, पुलिस हवलदार राजाराम काले, हनुमंत सुर्यवंशी और संतोष मदने की टीम ने की है। पुलिस अधिकारी ने कहा कि, अचोले पुलिस स्टेशन ने कलम 315, 498 (ए), 34 के अनुसार, जयप्रकाश अमरनाथ दुबे नामक आरोपी इस अपराध में मृत शिकायतकर्ता का पति है और आरोपी सचिन जयप्रकाश दुबे सौतेला बेटा है। आरोपी जयप्रकाश अमरनाथ दुबे की शिकायतकर्ता से शादी के बाद, शादी में उसके परिवार वालों ने कुछ नहीं दिया तो वह आए दिन शराब पीकर मारपीट करता था। दिनांक 7 अप्रैल 2024 को रात्रि 8.00 बजे आरोपी जय प्रकाश दुबे ने शराब पीकर, जब शिकायतकर्ता आठ माह की गर्भवती थी तो उसे भी मारापीटा, आरोपी सचिन दुबे ने शिकायतकर्ता को पकड़ लिया और आरोपी जयप्रकाश दुबे ने उसे कोई दवा पिला दी और बच्चा शिकायतकर्ता के गर्भ में ही मर गया। उक्त मामला दिनांक 20 अप्रैल 2024 को दर्ज किया गया था। पुलिस अधिकारी ने कहा कि, उक्त अपराध में पति जयप्रकाश अमरनाथ दुबे को स्थानीय पुलिस द्वारा गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश किया गया तो न्यायालय के आदेश से वह जमानत पर मुक्त हो गया, परंतु अभियुक्त सचिन जयप्रकाश दुबे स्थानीय पुलिस के हाथ नहीं आया। पुलिस अधिकारी ने कहा कि, चूंकि शिकायतकर्ता की 2 जुलाई 2024 को स्टार अस्पताल, नालासोपारा पश्चिम में इलाज के दौरान मृत्यु हो गई, इसलिए पुलिस ने अदालत में एक रिपोर्ट पेश की, जिसमें आपराधिक संहिता की धारा 302 का विस्तार करके आरोपी जयप्रकाश अमरनाथ दुबे की जमानत रद्द करने की मांग की गई। ततपश्चात 11 जुलाई 2024 को जमानत रद्द कर दी गई। इसके बाद से दोनों आरोपी भाग गए और नहीं मिले। पुलिस अधिकारी ने कहा कि, दहेज के लिए पत्नी और उसके अजन्मे बच्चे की हत्या के गंभीर और संवेदनशील अपराध के आरोपी का पता न चलने पर वरिष्ठ अधिकारियों ने आरोपी की तत्काल तलाश और गिरफ्तार करने के आदेश दिए थे। तदनुसार, मध्यवर्ती अपराध जांच शाखा के प्रभारी पुलिस निरीक्षक राहुल राख द्वारा (1) पोउपनिरी. हितेंद्र विचारे (2) पोहवा. राजाराम काले (3). पोहवा. शिवाजी पाटील (4) पोहवा. गोविंद केद्रे (5) पोहवा. हनुमंत सुर्यवंशी (6) पोहवा. संग्राम गायकवाड (7) पोहवा. संतोष मदने (8) पोशि. अकिल सुत्तार (9) पोशि. साकेत माघाडे (10) पोशि. नितीन राठोड के साथ एक जांच टीम गठित कर, उन्हें तुरंत आरोपियों की तलाश के लिए रवाना किया गया। उपरोक्त टीम ने लगातार 4 दिनों तक चौबीसों घंटे काम किया और तकनीकी जांच और गोपनीय जानकारी के आधार पर जाल बिछाया और वांछित आरोपी जयप्रकाश अमरनाथ दुबे (40) और सचिन जयप्रकाश दुबे (20) को 16 जुलाई को हिरासत में लिया गया, और अपराध में उसकी संलिप्तता पाए जाने के कारण उसे आगे की कार्रवाई के लिए आचोले पुलिस स्टेशन को सौंप दिया गया है.
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