पालघर व ठाणे में आग लगने से कंपनियां जलकर हुई ख़ाक

पालघर व ठाणे में आग लगने से कंपनियां जलकर हुई ख़ाक

पालघर : महाराष्ट्र राज्य के पालघर और ठाणे जिले में दो कंपनियों में आग लग गई। जिसके कारण कंपनियां जलकर खाक हो गई। गनीमत रही कि आगजनी की घटना में कोई जनहानि नहीं हुई। शनिवार देर रात काे ठाणे की एक कंपनी आग लग गई, जिससे पूरी कंपनी जलकर खाक हो गई।वहीं दूसरी घटना रविवार दोपहर को पालघर जिले में हुई। महाराष्ट्र के पालघर जिले में रविवार दोपहर एक फार्मास्युटिकल इकाई में आग लग गई। जिला आपदा नियंत्रण प्रकोष्ठ के प्रमुख विवेकानंद कदम ने बताया कि पालघर में महाराष्ट्र औद्योगिक विकास निगम (एमआईडीसी) क्षेत्र में स्थित एक फार्मास्युटिकल इकाई में दोपहर करीब दो बजे आग लग गई। हालांकि इस हादसे में कोई हताहत नहीं हुआ। अधिकारियों ने बताया कि दमकल की 6 गाड़ियां घटनास्थल पर पहुंच गई और आग बुझाने का भरशक प्रयास किया। प्रारंभिक रिपोर्ट का हवाला देते हुए अधिकारी ने कहा कि फैक्ट्री में विस्फोट हुए थे। उन्होंने कहा कि आग लगने का कारण अभी तक पता नहीं चल पाया है। कर्मचारियों द्वारा आग लगने की सूचना मिलने के तुरंत बाद कारखाने को खाली करा लिया गया। उन्होंने कहा कि जिलाधिकारी गोविंद बोडके भी स्थिति भी नजर बनाए हुए थे।

प्लास्टिक का दाना बनाने वाला कारखाना जलकर खाक

ठाणे जिले के अंबरनाथ पश्चिम परिसर के बुवापाड़ा भंगार गली परिसर स्थित एक प्लास्टिक का दाना बनाने वाले अवैध छोटे कारखाने में आग लग जाने की घटना सामने आई है, आग लगने से पूरा कारखाना जलकर खाक हो गया है। इस घटना में किसी भी प्रकार की जनहानि का समाचार नहीं है। जानकारी के अनुसार शनिवार देर रात 2 बजे के आसपास प्लास्टिक के दाने बनाने वाली कारखाने में आग लग गई थी प्लास्टिक का सामान होने का कारण कुछ ही पल में आग ने उग्र रूप धारण कर लिया। सादिक अली ने पुलिस ने घटना की सूचना दी। सूचना मिलने पर दमकल विभाग की गाड़िया घटना स्थल पर पहुंची। आग बड़ी होने के चलते अंबरनाथ के अलावा उल्हासनगर, बदलापुर व एमआईडीसी की दमकल गाड़ियों ने चार घंटे की मस्क्कत के बाद आग पर काबू पाया।

एक साल में चौथी घटना

दमकल विभाग के इंचार्ज भागवत सोनोने के अनुसार आग देर रात 2 बजे के समकक्ष लगी व रविवार की सुबह 6 बजे आग पर पूरी तरह से नियंत्रण पाया जा सका। इसी परिसर में एक साल के अंदर बड़ी आग लगने की यह चौथी घटना बताई जा रही है। गौरतलब हो कि इस परिसर में मुंबई के उपनगरों से बड़े पैमाने पर भंगार व्यवसायी आकर जम गए है, लेकिन अधिकांश लोगों के पास नगर पालिका प्रदूषण विभाग, दमकल विभाग से सबंधित कोई भी अनुमति नहीं है। 



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