सद्भाव यात्रा निकालनेवालों को मिली मिशनरियों की धमकी,शासन प्रशासन साधी है चुप्पी
सद्भाव यात्रा निकालनेवालों को मिली मिशनरियों की धमकी,शासन प्रशासन साधी है चुप्पी
पालघर : महाराष्ट्र राज्य के पालघर जिले में जनजातियों के बीच स्नेह बढ़ाने और आदिवासी समाज के उत्थान के उद्देश्य से सद्भाव यात्रा निकाली जा रही है लेकिन इस यात्रा को रोकने के लिए कुछ मिशनरियों ने जनजाति समाज को धमकाया है।मिशनरियों के अलावा प्रशासन के जिम्मेदार अधिकारी भी वामपंथियों के साथ मिलकर जनजाति समाज पर यात्रा को रोकने का दबाव डाल रहे हैं। बता दें कि सद्भाव यात्रा स्वामी भारतानंद सरस्वती जी महाराजी के प्रमुख मार्गदर्शन में 25 तारीख से पालघर जिले के तलासरी तहसील से प्रारंभ की गई थी। जानकारी के मुताबिक जब सद्भाव यात्रा वाडा तहसील के डाहे-दहिवडी-कुंभिस्ते गांव में पहुंची तब यात्रा का भव्य स्वागत किया गया।सभी जनजाती परिवारों का स्वामी भारतनंद सरस्वती जी महाराज ने मार्गदर्शन भी किया और वहां से यात्रा अगले गांव की ओर प्रस्थान हुई। जहां पर वामपंथी लोग जनजाति समाज को धमकाते हुए कहने लगे कि तुम इस तरह से साधू संतो को क्यों लाते हो? ऐसी यात्रा क्यों निकालते हो? इसके अलावा वामपंथियों ने जनजाति समाज को धमकाते हुए कहा कि आप येशू की प्रार्थना करो, येशू ही हमारा भगवान हैं। ऐसा कहते हुए वह वहां पर मौजूद महिलाओं से झगड़ने लगे। जिसके बाद कुछ महिलाओं ने तुरंत कट्टरपंथी वामपंथियों के खिलाफ पुलिस ओर तहसीलदार को शिकायत दी।महिलाओं ने कट्टरपंथी वामपंथियों के खिलाफ शिकायत तहसीलदार से इसलिए की थी ताकि वह वामपंथियों के खिलाफ कड़ा रुख अपनाए और उनकी सहायता करें लेकिन महिलाओं द्वारा शिकायत करने पर तहसीलदार भी कट्टरपंथी वामपंथियों के पक्ष में ही बोलने लगे और शिकायत करनेवाली महिलाओं से ही सवाल-जबाव करने लगे। मदद न मिलने पर हताश हुई महिलाओं और कार्यकर्ताओं ने सद्भाव यात्रा को रोकने वाले कट्टरपंथी वामपंथियों और उनके पक्ष में बोलने वाले तहसीलदार के खिलाफ पत्र लिखकर राज्य के गृहमंत्री देवेंद्र फडणवीस को शिकायत दी है। अब देखना यह होगा कि राज्य की हिंदुत्ववादी सरकार इन अधिकारियों और कट्टरपंथी वामपंथियों के खिलाफ क्या कार्यवाही करती है?
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