पालघर में सोशल मीडिया के माध्यम से साधुओं के बारे में फैलाई गई झूठी अपवाह

पालघर में सोशल मीडिया के माध्यम से साधुओं के बारे में फैलाई गई झूठी अपवाह

पालघर : महाराष्ट्र राज्य का पालघर जिला एक बार फिर साधुओं के बारे में झूठी अफवाह के कारण शर्मसार होने से बाल-बाल बच गया. शनिवार को चार साधुओं को आतंकी बताकर सोशल मीडिया पर पोस्ट की गई जानकारी के कारण पालघर रेलवे स्टेशन पर हड़कंप मच गया। पुलिस ने सुबह-सुबह पूरे स्टेशन को छावनी बना दिया. जयपुर-बांद्रा एक्सप्रेस ट्रेन के स्टेशन पर पहुंचते ही उसे चारों तरफ से घेर लिया गया, जिसके चलते उसमें बैठे यात्रियों में भी खौफ का माहौल बन गया. ट्रेन में सवार चार साधुओं से पूछताछ करने और उनके दस्तावेजों की जांच करने के बाद यह पूरा मामला झूठा निकला,जिसके बाद रेलवे पुलिस और रेलवे सुरक्षा बल ने चैन की सांस ली. अब सोशल मीडिया पर झूठी पोस्ट अपलोड करने वाले की तलाश की जा रही है. प्राप्त जानकारी के मुताबिक किसी व्यक्ति ने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट अपलोड किया था. शनिवार सुबह किए गए इस पोस्ट में लिखा गया कि मुंबई जयपुर-बांद्रा एक्सप्रेस ट्रेन में चार आतंकवादी सफर कर रहे हैं. इन आतंकियों ने साधु का वेश बनाया हुआ है. यह पोस्ट देखने के बाद चारों तरफ अलर्ट का माहौल बन गया. इस ट्रेन के पालघर रेलवे स्टेशन पहुंचने से पहले ही पुलिस चप्पे-चप्पे पर फैल गई. ट्रेन के पहुंचते ही उसे घेरकर साधुओं की तलाश शुरू कर दी गई. ट्रेन में चारों साधुओं के मिलने पर पुलिस ने उन्हें नीचे उतार लिया। एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि रेलवे पुलिस और रेलवे सुरक्षा बल की संयुक्त टीम ने पूरी ट्रेन की गहन तलाशी ली. इसके बाद चारों साधुओं के दस्तावेज जांचे गए. चारों साधु जयपुर से पालघर के वाडराई के आश्रम में जा रहे थे. चारों साधुओं के दस्तावेजों का सत्यापन किया गया तो वे सही निकले.अधिकारी ने बताया कि आतंकियों की सूचना मिलने पर रोके जाने के कारण ट्रेन अपने तय समय से करीब 10 मिनट ज्यादा तक स्टेशन पर खड़ी रही, जिससे ट्रेन लेट हो गई. अब उस व्यक्ति की तलाश की जा रही है, जिसने यह झूठी अफवाह फैलाने की कोशिश की थी.पालघर में पहले भी अफवाह फैलाकर साधु-संतों को निशाना बनाया जा चुका है. 16 अप्रैल, 2020 को कोरोना काल के दरम्यान व्हाट्सएप ग्रुप पर पालघर में बच्चा चोर सक्रिय होने की अफवाह फैलाई गई.जिसके बाद गडचिंचले गांव में दो साधुओं और उनके ड्राइवर को भीड़ ने बच्चा चोर समझ पीट-पीटकर उनकी हत्या कर दी थी।

Comments

Popular posts from this blog

नायगांव क्षेत्र में दो गुटों में जमीनी विवाद को लेकर हुई गोलीबारी, कई लोग घायल

वसई-विरार में लगभग 35 साल से एक क्षत्र शासित बहुजन विकास आघाड़ी का किला हुआ ध्वस्त

सुभाष सिंह के तिकड़ी दिमाग के सामने बौने साबित हो रहे हैं मनपा अधिकारी, नही जुटा पा रहे हैं कार्रवाई करने का साहस...