दफन किया गया व्यक्ति है जीवित, पत्नी को वीडियो फोन कर दी जीवित होने का प्रमाण

दफन किया गया व्यक्ति है जीवित, पत्नी को वीडियो फोन कर दी जीवित होने का प्रमाण

पालघर : परिवार के किसी शख्स की घर के बाहर दुर्घटना में मौत की खबर सुनते ही पूरा परिवार गहरे सदमे में चला जाता है। लेकिन यदि सहज खबर झूठी निकल जाए तो, मानों पूरे परिवार को एक नया जीवन मिल जाता है। इसी प्रकार पालघर से ऐसी ही चौंकाने वाली खबर सामने आई है। जहां एक 57 वर्षीय व्यक्ति जिसे रेलवे पुलिस ने पालघर में एक ट्रेन दुर्घटना में मृत घोषित कर दिया था और उसके शव को उसके परिवार के सदस्यों ने दफन कर दिया था। किंतु वह वास्तव में जीवित है। शख्स ने रविवार को अपनी पत्नी को एक वीडियो कॉल कर सूचित किया कि वह जीवित है। बता दें कि पुलिस अधिकारियों के अनुसार, यह घटना इस साल 29 जनवरी को हुई थी, जब रेलवे ट्रैक पार कर रहे लगभग 57 वर्षीय व्यक्ति की दुर्घटना हो गई थी और उसकी मौके पर ही मौत हो गई थी। पालघर राजकीय रेलवे पुलिस ने दुर्घटनावश मौत की रिपोर्ट दर्ज की, लेकिन किसी ने शव के लिए दावा नहीं किया। पुलिस ने मृतक के फोटो को अपनी वेबसाइट पर प्रसारित किया और मृतक के परिवार के सदस्यों को खोजने के लिए इसे सोशल मीडिया पर भी वायरल किया। बता दें कि शख्स की पहचान रफीक शेख (57) के रूप में हुई, जो एक रिक्शा चालक है और पालघर का निवासी है। मृतक की तस्वीरें वायरल कीं तो शेख के परिवार ने शव का दावा किया। इस बीच, घटना के दो दिन बाद परिवार के लोगों ने पालघर जीआरपी से संपर्क किया कि शव का चेहरा और शरीर की संरचना रफीक शेख के समान है। परिजनों ने शव का दावा किया और परिजनों ने शव को दफना दिया। पालघर जीआरपी पुलिस अब परिवार वालों द्वारा दफनाए गए अज्ञात शव के परिजनों की तलाश में जुटी है। सीनियर पुलिस इंस्पेक्टर रणधीर ने बताया, 'हमने उसकी पत्नी को बुलाया जो केरल में रह रही है और उसने शव की पहचान की और दावा किया कि यह उसके पति रफीक का  शव है। रफीक के भाई ने भी हमें बताया कि यह उसके भाई का शव है। पत्नी और मृतक भाई की पुष्टि के बाद हमने अंतिम संस्कार के लिए परिवार को शव सौंप दिया और परिवार ने शव को दफना दिया।  पुलिस का कहना है कि आटो ड्राइवर ने कुछ महीनों पहले घर छोड़ दिया था। वह जिले के ही एक निराश्रित घर में रह रहा था। अब उस शव की शिनाख्त करना है, जिसे शेख समझकर दफनाया गया था।


Comments

Popular posts from this blog

नायगांव क्षेत्र में दो गुटों में जमीनी विवाद को लेकर हुई गोलीबारी, कई लोग घायल

वसई-विरार में लगभग 35 साल से एक क्षत्र शासित बहुजन विकास आघाड़ी का किला हुआ ध्वस्त

सुभाष सिंह के तिकड़ी दिमाग के सामने बौने साबित हो रहे हैं मनपा अधिकारी, नही जुटा पा रहे हैं कार्रवाई करने का साहस...