जब तक दोषी अधिकारियों पर कार्रवाई नहीं होगी तनिष्का जैसे बेगुनाहों को जान गंवानी पड़ेगी : मनोज बारोट
जब तक दोषी अधिकारियों पर कार्रवाई नहीं होगी तनिष्का जैसे बेगुनाहों को जान गंवानी पड़ेगी : मनोज बारोट
वसई : हर साल वसई विरार में मनपा और महावितरण अधिकारियों की लापरवाही के चलते निर्दोष नागरिकों को अपनी जान गवांनी पड़ती है। लेकिन ऐसे गैरजिम्मेदार अधिकारियों के खिलाफ कोई भी सख़्त कानूनी कार्रवाई न होने के कारण उनमें कानून का डर नही है नतीज़तन उनकी लापरवाही दिन-ब-दिन बढ़ती ही जा रही है। इसी का नतीजा है की इसी साल 16 अगस्त को 15 साल की मासूम तनिष्का कांबले की बिजली के झटके से मौत हो गई। उक्त मामले को लेकर भाजपा वसई विरार जिलाध्यक्ष मनोज बरोट ने मीरा भायंदर वसई विरार के पुलिस आयुक्त सदानंद दाते को लिखित पत्र में जानकारी दी है कि इस घटना के 15 दिन बाद अर्नाला पुलिस ने आईपीसी 304 (ए) और 34 के तहत मामला दर्ज किया है।इसके लिए बारोट ने पुलिस प्रशासन का आभार व्यक्त करने के अलावा खेद जताया कि घटना के 15 दिन बाद भी इस घटना में दोषी कौन है? पुलिस इसका पता नहीं लगा पाई है। इसलिए प्राथमिकी में आरोपियों का नाम न होने के कारण यह घटना पुलिस प्रशासन को लेकर आम नागरिकों में संदेह का विषय है। इसलिए इस घटना में दोषियों के नाम उजागर कर दोषियों के खिलाफ सख़्त कार्रवाई की जाए और पीड़ित परिवार को दोषियों से अवैतनिक मुआवजे की भरपाई की जाए।बारोट ने पुलिस आयुक्त से आम नागरिकों के बीच पुलिस की छवि को साफ रखने और भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने का अनुरोध किया है।
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