आओ जियें औरों के लिए नाद-योग से सम्पन्न

 आओ जियें औरों के लिए नाद-योग से सम्पन्न

श्री हरि नारायण सेवा संस्थान मुंबई द्वारा संचालित और क्रिएटिव क्लब एवं संगीत विभाग, बसंत महिला महाविद्यालय, राजघाट, वाराणसी द्वारा आयोजित द्वारा महाविद्यालय के गंगा किनारे सुरम्य हरे-भरे प्राकृतिक वातावरण में नाद-योग का कार्यक्रम आयोजित किया गया। इस कार्यक्रम के अंतर्गत मुंबई से पधारे अतिथि योगीराज भारत भूषण भारतेंदु (संस्थापक-श्री हरि नारायण सेवा संस्थान मुंबई) जी के द्वारा योग प्रशिक्षण का कार्यक्रम संचालित हुआ जैसा कि संस्थान द्वारा चलाए जा रहे (आओ जियें औरों के लिए) मुहिम के साथ योगीराज विशेष रूप से प्राण वायु (ऑक्सीजन) पर कार्य कर रहे हैं 120 करोड़ वृक्षारोपण के लक्ष्य की तरफ बढ़ते हुए साथ में अधिकतर लोगों की उल्टी श्वास-प्रश्वास की क्रिया को सीधा कैसे किया जाए सीखाते हुए तथा योग को लोगों के लिए ब्यक्तिगत रूप में ढालते हुए जैसे छात्रों के लिए (स्टूडेंट योग), ऑफिस में काम करने वाले लोगों को (ऑफिस योग),गाड़ी चालकों के लिए (ड्राइव योग),पत्रकार बंधुओं के लिए (पत्रकार योग),किसानों के लिए  (किसान योग),पुलिस के जवानों के लिए(पुलिस योग),अध्यापकों के लिए (टीचर्स योग),कलाकारों के लिए (आर्टिस्टिकयोग),गृहणियों के लिए (किचनयोग),वृद्ध जनों के लिए (सीनियर सिटिजन योग), मज़दूरों के लिए (लेबर्स योग) तथायुवाओंकेलिए (योगा20-20) आदि योग कार्यक्रम से पूरे देश में लोगों को स्वस्थ और सुन्दर बनाने की मुहिम में लगे हुए हैं। संगीत वाद्य विभाग के डॉ० संजय कुमार वर्मा द्वारा प्राचीनतम संगीत वाद्य विचित्र वीणा पर नाद-साधना पर व्याख्यान देते हुए विचित्र वीणा वादन किया गया।

कार्यक्रम का प्रारंभ  योगीराज भारत भूषण भारतेंदु , महाविद्यालय की प्राचार्य प्रोफेसर अलका सिंह, डा० जिवेंद्र नारायण गोस्वामी जी,डॉक्टर बिलंबिता बानी सुधा, श्री हनुमान प्रसाद गुप्ता, डॉ० संजय कुमार वर्मा के द्वारा द्वीप प्रज्वलन से हुआ। संगीत विभाग के अध्यक्ष डॉ०जिवेद्र नारायण गोस्वामी जी ने मुख्य अतिथि योगीराज भारत भूषण जी एवं डा० संजय कुमार वर्मा  का  माल्यार्पण एवं अंगवस्त्रम प्रदान करके स्वागत किया। तत्पश्चात  चित्रकला विभाग की प्रवक्ता डॉ०परवीन सुल्ताना जी  के द्वारा अतिथियों का परिचय कराया गया। इस कार्यक्रम के प्रारंभ में संगीत विभाग के डॉ०संजय कुमार वर्मा जी ने  संगीत नाद योग के विषय में चर्चा करते हुए विचित्र वीणा पर राग अहीर भैरव की मनमोहक प्रस्तुति की। इसके पश्चात् योगीराज ने अपने योग कार्यक्रम में महाविद्यालय के छात्राओं, शिक्षक-शिक्षिकाओं समेत सभी कर्मचारियों को अनेक प्रकार के योग एवं वृक्षारोपण कार्यक्रमों से अवगत कराया। योगीराज ने सभी को योग कराते हुए बताया कि किस प्रकार से अज्ञानता के कारण हम सभी उल्टी श्वास लेते रहते हैं जिसका कुप्रभाव हमारे स्वास्थ्य और हमारी आयु पर पड़ता है आपने उपस्थित सभी प्रतिभागियों का श्वास परीक्षण करते हुए सभी को प्रयोगात्मक ढंग से यह समझाया कि किस प्रकार से श्वास को सीधे प्रकार से लिया जाए और उसका अपने जीवन में अनुकूल लाभ उठाया जाए। इसी क्रम में योगीराज जी ने उपस्थित सभी प्रतिभागियों को सदा सुन्दर रहने हेतु "ब्यूटी योगा"भी सिखाया । संगीत गायन विभाग की प्रवक्ता डॉ०बिलंबिता बानी सुधा जी ने सभी का धन्यवाद ज्ञापन एवं आभार व्यक्त किया। कार्यक्रम का संचालन गायन विभाग के श्री हनुमान प्रसाद गुप्ता जी के द्वारा सफलता पूर्वक किया गया।कार्यक्रम में मुख्य रूप से अश्विनी तिवारी,राजेश मिश्रा,सुधीर झा, कार्यक्रम का समापन योगीराज भारत भूषण जी ने माउथ ऑर्गन पर राष्ट्रगान की धुन के साथ किया।

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