जब तक सरकार लिखित आश्वासन नहीं देती है, तब तक किसान आंदोलन ख़त्म नहीं होगा - राकेश टिकैत

जब तक सरकार लिखित आश्वासन नहीं देती है, तब तक किसान आंदोलन ख़त्म नहीं होगा -  राकेश टिकैत 

पालघर: पीएम मोदी द्वारा शुक्रवार को कृषि के तीन कानूनों को वापस लेने के एलान के बाद किसान नेता राकेश टिकैत ने कहा कि जब तक सरकार लिखित आश्वासन नहीं देती है, तब तक किसान आंदोलन ख़त्म नहीं होगा। राकेश टिकैत ने यह भी साफ किया है कि सरकार न्यूनतम समर्थन मूल्य के साथ-साथ किसानों से संबंधित दूसरे मुद्दों पर भी बातचीत करें। उन्होंने कहा कि अभी तो बस एलान हुआ है। हम उस दिन का इंतजार करेंगे, जब कृषि कानूनों को संसद में रद्द किया जाएगा।साथ ही राकेश टिकैत ने कहा कि न्यूनतम समर्थन मूल्य समेत किसानों से जुड़े अन्य मसलों पर भी बातचीत का रास्ता खुलना चाहिए। उन्होंने कहा की किसान बारूद के ढेर पर बैठे हैं, वे आंदोलन से ही जिंदा रहेंगे। यह जिम्मेदारी सबको निभानी होगी। जमीन से मोहभंग करना सरकार की साजिश है। जमीन कम हो रही है। किसान से जमीन बेचने और खरीदने का अधिकार भी यह लोग छीन लेंगे। जाति और मजहब को भूलकर किसानों को एक होना होगा। शुक्रवार को राकेश टिकैत पालघर में भूमि सेना और आदिवासी एकता परिषद की ओर से आयोजित क्रांतिवीर बिरसा मुंडा की 147वीं जयंती पर सांस्कृतिक रैली और किसान महापंचायत में शामिल होने के लिए पालघर आए थे। उस दौरान उन्होंने यह बातें कही।


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