ठाणे मनपा अधिकारी पर हुई घटना का पुनरावृत्ति रोकने के लिए कड़ी कारवाई जरूरी : मनोज बारोट

ठाणे मनपा अधिकारी पर हुई घटना का पुनरावृत्ति रोकने के लिए कड़ी कारवाई जरूरी : मनोज बारोट

 वसई : आज वसई तालुका की सबसे बड़ी समस्या यदि कोई है तो वो है फेरीवाले, क्योंकि बिन नियोजन की वसई विरार मनपा ने फेरीवालों के लिए आज तक कोई नियोजन नही किया है इसलिए अपने पापी पेट के लिए मजबूरन उन्हें मुख्य रास्तों पर बैठना पड़ रहा है। यह भी सत्य है की फेरीवाले न बैठे तो वसई तालुका की जनता फल फूल व भाजी जैसी जरूरियात की चीजे लेने कहाँ जाएगी? किंतु हम इस बात को भी नही ठुकरा सकते की इन फेरिवालो ने तालुका के सभी मुख्य रास्तों पर अपना डेरा जमा रखा है। जिसके चलते आम जनता को अनेक समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। मुख्य रास्तों पर बेशुमार गर्दी होती है. इस गर्दी के कारण, चोरी व झपटमारी  करनेवाले गर्दी का फायदा उठाकर अपना कार्य कर नौ दो ग्यारह हो जाते हैं। सब से अहम तो ट्रैफिक की बडी समस्या होती है कई बार तो मरीज समय पर अस्पताल नही पहुंच पाते,कई बार इसी ट्रैफिक का फायदा उठाकर अपराधी अपने काम को अंजाम देकर फरार हो जाते है और पुलिस समय पर अपराधियों तक नहीं पहुंच पाती है तथा इन सभी समस्याओं का मुख्य जड़ हमारी बिन नियोजन की वसई विरार मनपा ही है। ठाणे मनपा अधिकारी पर हुए हमले की घटना को ध्यान में रखकर मनपा के वरिष्ठ अधिकारियों ने मीरा भाईंदर वसई विरार पुलिस आयुक्त सदानंद दाते से अपने अधिकारी कर्मचारियों की सुरक्षा की गुहार लगाई है जो कि किसी हास्यास्पद से कम नही है क्योंकि जिन अधिकारियों की वजह से हजारों अवैध बांधकाम और अवैध धंधे के कारण वसई तालुका का नाम पूरे महाराष्ट्र मे गर्जा, ऐसे अधिकारियों को आज सुरक्षा की जरुरत पड गई? सही मायने मे यदि देखा जाए तो उन्हें पुलिस आयुक्त को निवेदन देकर अतिक्रमण  अधिकारियों की जांच की मांग करनी चाहिए थी क्योंकि यदि इन अधिकारीयों की जांच होगी तो यह पता चलेगा कि हमारे तालुका के हर शहर, गली मोहल्ले को फेरिवाला झॉन बनाने के लिए हर प्रभाग में कौन कौन फेरीवालों के ठेकेदार है? इन ठेकेदारों पर किस के आशीर्वाद है? और फेरीवालों से वसुली गई रकम से किसके जेब गरम किए जाते है? अक्सर देखा गया है की अवैध काम करनेवाले ठेकेदार अपनी दहशत कायम रखने के लिए अपराधिक गतिविधियों में शामिल लोगो को अपने से जोडकर रखते है और ऐसे लोग ही अधिकारियों पर हमला करते है या करवाते है। यदि हफ्ते लेना बंद होगा तो अपने आप अधिकारियों को सुरक्षा मिल जायेगी। आगे बारोट ने कहा कि मैं हमारी मनपा के उन अधिकारियों से पूछना चाहता हूं की कुछ भ्रष्ट अधिकारियों की सुरक्षा का आपको ख्याल आया लेकिन जिन नागरिकों के टैक्स से आपको तनख़्वाह मिल रही है उन नागरिकों की सुरक्षा के बारे में कौन सोचेगा? इस बात का आपको ख्याल क्यों नही आया? इसलिए मैं हमारी मनपा के अधिकारियों को बताना चाहता हूं की नागरीको की सुरक्षा और समस्याओं के साथ साथ उन गौर गरीब फेरीवालों के परिवार के निर्वाह का विचार करते हुए उनकी व्यवस्था करे और ठाणे मनपा अधिकारी पर हुई घटना का पुनरावृत्ति हमारे क्षेत्र में रोकने के लिए उचित कदम उठाए। मैं पुलिस प्रशासन से विनंती करता हूं की यदि मनपा प्रशासन जनता की समस्या और सुरक्षा एवं फेरीवालों की व्यवस्था करने में विफल साबित होती है तो सुरक्षा मांगने आए मनपा के अधिकारियों की उलट तपास की जाएं जिससे दूध का दूध और पानी का पानी हो जाए।

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