मुझपर हुए हमले को जो प्रारूप दिया जा रहा है वह सही नही है - कल्पिता पिंपले
मुझपर हुए हमले को जो प्रारूप दिया जा रहा है वह सही नही है - कल्पिता पिंपले
ठाणे : फेरीवालों के खिलाफ कार्रवाई करते समय मुझ पर हुए हमले को जो रूप दिया जा रहा है, वास्तविक तौर पर वह सही नहीं है। हालांकि वास्तव में अनधिकृत निर्माण के खिलाफ की गई कार्रवाई का बदला लेने का यह कृत्य है। यह बातें महानगरपालिका की सहायक आयुक्त कल्पिता पिंपले ने आठ दिनों के उपचार के बाद अस्पताल से छुट्टी मिलने के पश्चात कहा। इस मौके पर उन्होंने यह भी कहा कि इस हमले के पीछे अनधिकृत निर्माण माफिया का हाथ है और यह एक पूर्व नियोजित हमला है। गौरतलब है कि फेरीवालों पर कार्रवाई करने के दौरान हुए हमले में गंभीर रूप से घायल माजीवाड़ा-मानपाड़ा प्रभाग समिति की सहायक आयुक्त कल्पिता पिंपले और उनके अंगरक्षक सोमनाथ पालवे का इलाज एक निजी अस्पताल में चल रहा था। अंगरक्षक सोमनाथ को अस्पताल से पहले ही छुट्टी मिल चुकी है, जबकि महानगरपालिका अधिकारी कल्पिता पिंपले को मंगलवार को छुट्टी मिली। डॉक्टरों के तमाम प्रयासों और की गई सर्जरी के बावजूद पिंपले की दो उंगलियां अलग हो गई हैं। उन्होंने मंगलवार को अस्पताल से निकलते समय मीडिया से मुताख़ीब होते हुए अपनी भावनाएं व्यक्त की।माजीवाडा-मानपाड़ा प्रभाग समिति में सहायक आयुक्त के पद पर तबादले के बाद से पिंपले ने बालकुम, कासारवडवली और वाघबिल क्षेत्र में आठ से नौ मंजिला ऊंची इमारतों के खिलाफ कार्रवाई शुरू कर दी थी। इसके बाद उन्होंने फेरीवालों के खिलाफ कार्रवाई शुरू कर दी। अस्पताल से निकलते हुए पिंपले ने कहा कि वास्तविक घटना वाले दिन महानगरपालिका की टीम द्वारा पहले ही फेरीवालों के खिलाफ कार्रवाई की जा चुकी थी। इसलिए यदि फेरीवालों का कार्रवाई को लेकर विरोध होता तो, वे पहले ही दस्ते पर हमला कर देते। हालांकि मौके पर पहुंचने के बाद संबंधित व्यक्ति ने वापस आकर पीछे से हमला कर दिया। इसलिए यह एक पूर्व नियोजित हमला था। उन्होंने कहा कि यदि इस जानलेवा हमले में मुझे कुछ हो गया होता तो मेरे बच्चे अनाथ हो गए होते। इस पर भी विचार किया जाना चाहिए।
बिना भय के इसी तरह करती रहूंगी काम
महानगरपालिका में 11 साल तक काम करते समय मैंने कई बार फेरीवालों के खिलाफ कार्रवाई की किंतु कभी भी फेरीवाले इतने आक्रामक नहीं हुए, ऐसे में जहां एक ओर फेरीवालों के हमले की छवि बनाई जा रही है, वहीं यह अनधिकृत निर्माणों पर कार्रवाई का ही नतीजा है। मुख्यमंत्री ने हमलावरों पर नकेल कसने का वादा किया है और उसके मुताबिक कार्रवाई की जाएगी। ऐसा इसलिए किया जाएगा क्योंकि महापौर मामले में फास्ट ट्रैक में मुकदमा चलाने का प्रस्ताव रखें हैं। उन्होंने अपना संकल्प व्यक्त करते हुए कहा कि इस स्थिति में हम अब बिना किसी हिचकिचाहट के काम करेंगे।
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