विश्व पर्यावरण दिवस पर लोगों को पर्यावरण बचाने के लिए आव्हन तो किया जाता है किंतु असर ढाक के तीन पात
विश्व पर्यावरण दिवस पर लोगों को पर्यावरण बचाने के लिए आव्हन तो किया जाता है किंतु असर ढाक के तीन पात
आधुनिकता की दौड़ में भाग रहे प्रत्येक देश के बीच धरती पर हर दिन प्रदूषण काफी तेजी से बढ़ता जा रहा है. जिसके दुष्परिणाम समय-समय पर हमें देखने को मिलते हैं।पर्यावरण में बढ़ते प्रदूषण का स्तर बढ़ने से तापमान में भी तेजी देखी जा रही है तो कहीं कहीं पर प्रदूषण के बढ़ते स्तर के कारण लंबे समय से बारिश भी नहीं हो पाती। ऐसे में लोगों को पर्यावरण के प्रति जागरुक करने के लिए हर साल विश्व पर्यावरण दिवस मनाया जाता है। दुनियाभर में 5 जून के दिन हर साल विश्व पर्यावरण दिवस मनाया जाता है. इस दिन कई कार्यक्रम का आयोजन कर लोगों को पर्यावरण और प्रदूषण से हो रहे नुकसान के प्रति जागरुक किया जाता है. प्रदूषण का बढ़ता स्तर पर्यावरण के साथ ही इंसानों के लिए खतरा बनता जा रहा है. इसके कारण कई जीव-जन्तू विलुप्त हो रहे हैं। वहीं इंसान कई प्रकार की गंभीर बिमारियों का शिकार भी हो रहे हैं। जिसके बावजूद वसई तालुका मे धड़ल्ले से पर्यावरण को क्षति पहुंचाते हुए मनपा अधिकारियों की निगरानी मे ही अवैध निर्माणों को बढ़ावा दिया जा रहा है।
बता दें कि वसई विरार शहर मनपा कार्यक्षेत्र अंतर्गत चिंचोटी स्थित श्मशान के पीछे सैकड़ों हरे भरे पेड़ों का कत्ल कर औद्योगिक गालों का नवनिर्माण कर लिया गया किंतु मनपा प्रशासन के भ्र्ष्ट अधिकारी उक्त अवैध निर्माणों व अवैध निर्माणकर्ताओं पर कार्यवाई करने के बजाय संरक्षण देते नजर आए। इसी क्रम मे प्रभाग समिति जी के साथ साथ प्रभाग समिति फ़ व प्रभाग समिति सी के क्षेत्रों मे भी पर्यावरण को तहस नहस कर कॉन्क्रीट का जंगल बनाया जा रहा है यदि समय रहते उक्त कांक्रीटीकरण पर प्रतिबंध नही लगाया गया तो भविष्य मे इसका भयानक दुष्परिणाम देखने को मिल सकता है।
Comments
Post a Comment