मुम्बई ठाणे कल्याण में कोरोना से मृतकों के परिजनों को अंतिम संस्कार करने से वंचित क्यों...??

मुम्बई  ठाणे  कल्याण  में  कोरोना  से  मृतकों के  परिजनों को  अंतिम संस्कार करने से वंचित  क्यों...??

वी बी माणिक

मुम्बई : मनपा  द्वारा  कोरोना  पीड़ित  मरीजों  की  मौत  के  बाद  उनके  परिजनों  को  अंतिम  संस्कार  से  काफी  दूर  रखा  जाता  है। क्या  कारण  है  कि  मुम्बई  थाना  कल्याण  में  दिन  पर  दिन  कोरोना  से  मरने  वालों  की  संख्या  में  काफी  इजाफा  होता  जा  रहा  है  अन्य  बीमारियां  गायब   हो  गयी  है  अब  न  तो  मलेरिया  डेंगू  टीबी  कैंसर  किडनी  मधुमेह  बीपी  सरदर्द  जुकाम  जैसी  बीमारियां  कही  पलायन  कर  गयी  है। किसी भी डॉक्टर  के  पास  इलाज  के  लिए  जाइये  तो  पता  चलेगा  कि  कोरोना  हो  गया  है   डॉ  तुरंत  अस्पताल  में  भर्ती  होने  का  आदेश  कर  देता  है  सबसे  बड़ी   बात  तो  यह  है  कि  अस्पतालों  में  भयंकर  लूटपाट  की  व्यवस्था  है  मरीज  के  परिजनों  को  तो  इतना  डराया  जाता  है  जैसे  उसको  भी  कोरोना  हो  गया  है। अस्पतालों  में  लाखों  का  बिल  एक  इंजेक्शन  कम  से  कम  30  हजार  या  उससे  अधिक  का  ही  रहता  है   पता  भी  नही  चलता  कि  वह  इंजेक्शन  मरीज  को  दिया  जाता  भी  है  कि  नही  परिजनों  को  काफी  दूर  रखा  जाता  है  मरीज  कभी  भी  मिल  नही  सकता। कुछ  दिनों  के  बाद  मरीज  सीरियस  हो  जाता  है  फिर  पैसे  का  मीटर  और  तेजी  से  बढ़ने  लगता  है  इधर  परिवार  के  लोगो  को  पता  ही  नही  चलता  कि  हमारा  जिंदा  है  मर  गया  है  पता  तो  यह  भी  चला  है  कि  मरिज  के  मृतु  के  बाद  भी  परिजनों  से  दवाएं  मंगायी  जाती है। अब  सरकार  की  भूमिका  भी  काफी  दयनीय  और  दुर्भाग्य  पूर्ण  है  केवल  लूटो  अच्छों  को  मौत  के  मुँह  में  धकेल  दो  अंतिम  संस्कार  से  दूर  रखो  ये  कौन  सा  नियम  कौन  सा  कानून  है  चाहे  वह  सरकारी  अस्पताल  हो  या  प्राइवेट  अस्पताल  सभी  जगह  केवल  लूट  मची  हुई  है  इस  पर  कार्रवाई  करने  वाला  कोई  नही  है  इसकी  शिकायत  नागरिक  किससे  करे  सभी  डाल  पर  तो  चोर  बैठे  है  सवाल  न्यायपालिका  पर  भी  उठने  लगा  है  कि  इतने  बड़े  पैमाने  पर  चोरी  डकैती  लूट  खसोट  हत्या  हो  रही  है  इस  पर  अंकुश  कब  लगेगा  कुछ  डॉक्टर  भी  कोरोना  को  झूठा  बता  रहे  हैं। अब  तो  बस  करो  बहुत  हो  गया  जीवन  से  खिलवाड़  नही  तो  प्रलय  से  पहले  ही  सब  समाप्त  हो  जाएगा  कितने  लोग  भुखमरी  के  कारण  मर  रहे  है

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