विजय वल्लभ अस्पताल का फायर ऑडिट रिपोर्ट मनपा प्रशासन सार्वजनिक करे - मनोज बारोट
विजय वल्लभ अस्पताल का फायर ऑडिट रिपोर्ट मनपा प्रशासन सार्वजनिक करे - मनोज बारोट
नालासोपारा : वसई विरार मनपा क्षेत्र के विरार में विजय वलुभ अस्पताल में शुक्रवार को लगी आग में 15 लोगो की मौत ने पूरे देश को हिला कर रख दिया . इस घटना के बाद हर कोई मनपा पर सवाल उठा रहा है कि आखिर मनपा ने यदि फायर ऑडिट रिपोर्ट किया है तो उसे मनपा सार्वजनिक क्यों नही करती है। ऐसी मांग वसई - विरार भाजपा जिला उपाध्यक्ष मनोज बारोट ने करते हुए कहा कि जब कोई भी अस्पताल शुरु होता है तो सर्वप्रथम मनपा की जिम्मेदारी होती है कि ईमारत अस्पताल शुरु करने योग्य है या नहीं ? इमारत का निर्माण अस्पताल के नियमो के तहत हुआ है या नहीं ? इमारत को ओसी मिला है या नही ? उसमे सब से अहम फायर ऑडिट होता है . यदि आग लगती है तो फायर फाइटर चारो तरफ पहुंच सकता है या नही ? उन्होंने कहा कि बीते कल जब मैं घटना स्थल पर गया तो वहां मनपा के अतिरिक्त आयुक्त आशीष पाटिल को मैने पूछा कि क्या अस्पताल का फायर ऑडिट हुआ था ? तब उनके द्वारा बताया गया की हां सभी बड़े अस्पतालों का डेढ़ दो महीने पहले फायर ऑडिट हुआ है। इतनी बड़ी घटना के बावजूद एक जिम्मेदार अधिकारी को यह पता नहीं है कि कौनसी तारीख को इस अस्पताल का फायर ऑडिट हुआ है ? इस बात से यह साबित होता है कि यह जवाब मनपा ने सिर्फ खुद को बचाने के लिए दिया था।मनोज बारोट ने कहा कि एकबार मैं ये भी मानकर चलता हूं की विजय वल्लभ अस्पताल का फायर ऑडिट हुआ होगा मगर प्रत्यक्ष देखने के बाद तो यह लगता है की फायर एनओसी कैसे मिला ये भी एक सवाल खड़ा होता है । इसलिए मेरी ये मांग है की इस इमारत का सार्वजानिक बांधकाम विभाग द्वारा वापस फायर ऑडिट किया जाए । मैं मनपा प्रशासन को याद दिलाना चाहता हूं कि दो साल पहले गुजरात के सूरत शहर के एक क्लासेस में आग लगी थीं तब मैने यह मांग की थी कि हमारे क्षेत्र की सभी स्कूल, कॉलेजों , अस्पताल और सार्वजानिक जगहों का तुरंत फायर ऑडिट किया जाए ताकि सूरत जैसी घटना हमारे क्षेत्र में न घटे . लेकिन मनपा के अधिकारी आज भी कुंभकर्ण की नींद सो रहे है . उन्होंने कहा कि मैं दावे के साथ कहता हूं की मनपा का फायर ऑडिट हुआ है किंतु यह दावा पूरी तरह से खोखला है . यदि वसई विरार मनपा क्षेत्र में फायर ऑडिट हुआ होता तो आज हमारे क्षेत्र के अनेक अस्पताल और स्कूल कॉलेज में ताले लग चुके होते.उन्होंने अखबारो के माध्यम से मनपा प्रशासन से निवेदन किया कि यदि फायर ऑडिट हुआ है तो उसे सार्वजानिक करे । अन्यथा यह माना जाएगा की मनपा अतिरिक्त आयुक्त द्वारा दिया गया बयान सिर्फ खुद के बचाव के लिए दिया गया है और विजय वल्लभ अस्पताल में हुई 15 मौत के लिए जितना अस्पताल प्रशासन जिम्मेदार है उतना ही मनपा प्रशासन अग्निशमन दल भी जिम्मेदार है । मेरी मांग है कि वसई - विरार में नियमो के तहत सभी अस्पताल स्कूल कॉलेज का तुरंत फायर ऑडिट करे अन्यथा आज एक अस्पताल में आग से 15 लोग मरे है ऐसी घटना यदि किसी स्कूल कॉलेज या क्लासेस में घटी तो हजारों परिवार के चिराग बुझ जायेंगे और उसके लिए मनपा प्रशासन और अग्निशमन दल पूरी तरह से जिम्मेदार होगा।
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