सरकारी योजना नागरिकों के लिए या फिर सत्ताधारी, मनपा अधिकारी व ठेकेदारों के लिए...?? - मनोज बारोट
सरकारी योजना नागरिकों के लिए या फिर सत्ताधारी, मनपा अधिकारी व ठेकेदारों के लिए...?? - मनोज बारोट
वसई : वसई विरार शहर मे जब से महानगरपालिका की स्थापना हुई है तबसे वह अपने कारनामों के चलते सुर्खियों मे बना ही रहता है। इसी क्रम मे भाजपा नेता मनोज बारोट ने एक प्रेस विज्ञाप्ति जाहिर करते हुए वसई विरार शहर मनपा अथवा सत्ताधारी पक्ष पर आरोप लगाते हुए कहा कि वसई - विरार शहर महानगर पालिका बने काफी समय हो गया किंतु आज तक वह शहरवासियों को 'स्वच्छ भारत ' अभियान के तहत सही ढंग से शौचालय तक नही दे पाया है
इसके अलावा वैश्विक महामारी कोरोना काल से निपटने हेतु केंद्र सरकार द्वारा कोरोना उपाय योजना के तहत हर पब्लिक ट्रांसपोर्टेशन की जगह पर हैंड वॉश स्टैंड बनाए गए जिससे अतिआवश्यक सेवा देने वाले लोग पहले खुद को सेनिटाइज करे और फिर सफर, जिसके लिए यह स्टैंड बनाए गए किंतु वसई विरार मनपा ने यह स्टैंड सिर्फ केंद्र सरकार से पैसे ऐंठने के लिए बनाए और उसके मेंटनेंस के पैसे आपस मे बांट लिए।
परिणाम स्वरूप आज इन स्टैंडो से इतने महंगे नल तक गायब हो गए है और यह स्टैंड दिन मे मॉल और रात मे कुत्ते, चरसी , गजेडियों का रैन बसेरा बन कर रह गया है। बारोट ने कहा कि , आज इसी तरह केंद्र सरकार की योजना के तहत महानगरपालिका मे जो परिवाहन सेवा चलती थी , उसका भी यही हाल है । केंद्र सरकार ने यह बसे खरीदने के लिए करोड़ों रूपए दिए और सत्ताधारियों और मनपा अधिकारियो ने अपनी जेब गर्म करके एक प्राइवेट ठेकेदार को लाखो रुपए की एक बस सिर्फ रु . 2500 / प्रतिमाह के किराए पर दे दिया ।कोरोना काल मे जहां बेबस और बेरोजगार लोगो को इस सेवा की अति आवश्यकता थी ऐसे मे ठेकेदार ने सेवा देने से मुंह मोड़ लिया और केंद्र सरकार के करोड़ों रुपए की बसे ज़रूरत के समय नागरिकों के काम न आई और सड़को पर सड़ती हुई दिखाई दे रही है । इन बसों में भी दिन मे मॉल रात मे चरसी गजेडियों का रैन बसेरा बन गया है। ऐसी अनेक योजनाओं के तहत मनपा ने केंद्र सरकार को चुना लगाने का काम किया है तथा आगे उन्होंने कहा कि जब मनपा क्षेत्र में कोरोना का कहर बरस रहा था तब अनेक अधिकारी / कर्मचारी काम पर आने के लिए आनाकानी करते दिखाई देते थे । लेकिन जब से बिना मास्क के घूमने वालो से 200 रुपये दंड वसूलने का तय किया गया है तो यही कर्मचारी देर रात और छुट्टी के दिन भी बढ़िया से अपनी सेवा देते दिखाई दे रहे है । उन्होंने कहा कि , मैं क्या कहना चाहता हूँ यह आप भलीभांति समझ गए होंगे । उन्होंने कहा कि कुल मिलाकर यह कहना कतई अनुचित नहीं होगा कि , केंद्र सरकार की योजनाएं जनता के लिए नहीं बल्कि सत्ताधारियों , अधिकारियो और ठेकेदारों की जेब गर्म करने के लिए ही मनपा क्षेत्र मे आती है। महाराष्ट्र की महाविकास आघाड़ी सरकार को बताना चाहते है कि जब अधिकारियो के तबादले से फुर्सत मिले तब वसई - विरार की ओर थोड़ी सी नजर घुमाने की कृपा करे। क्योंकि आपने जो घोषणा दी है कि ' मेरा परिवार मेरी जिम्मेदारी ' यह मनपा क्षेत्र में ' मेरी कमाई मेरी जिम्मेदारी ' कारगर साबित होती दिख रही है और उसके लिए बहुत से उदाहरण दे सकता हूँ । लेकिन दो नमूने पेश किया हूँ , उसपर गौर करे और उचित कार्रवाई करे।
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