हाथरस मे दलित बेटी के दुष्कर्मियों को सजा दिलाने के लिए महिलाओं ने जलाए कैंडल
हाथरस मे दलित बेटी के दुष्कर्मियों को सजा दिलाने के लिए महिलाओं ने जलाए कैंडल
हाथरस मे दलित बेटी की दुष्कर्म को लेकर मौत तथा उसके अंतिम संस्कार को रात मे जबरिया कराये जाने को लेकर बुधवार की शाम क्षेत्रीय विधायक एवं कांग्रेस विधानमण्डल दल की नेता आराधना मिश्रा "मोना" के कैम्प कार्यालय पर कार्यकर्ताओं व महिला विंग मे आक्रोश देखा गया। घटना को लेकर पार्टी की दलित टास्कफोर्स व अनुसूचित जाति महिला विंग ने कांग्रेस वर्किंग कमेटी के सदस्य प्रमोद तिवारी तथा विधायक मोना की अगुवाई मे दलित बेटी के साथ बर्बरता को लेकर इंसाफ मिलने तक संघर्ष का ऐलान किया। सोशल डिस्टेंसिग के मानक का पालन करते हुए बड़ी संख्या मे दलित तबके तथा अनुसूचित जाति की महिलाओं को इंदिरा चौक पर अमर शहीद प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की प्रतिमा के समक्ष कैण्डिल जलाकर घटना को लेकर आक्रोश का इजहार करते देखा गया। घटना को लेकर मौन साधे महिलाओं तथा दलित टास्कफोर्स के लोगों के चेहरे पर गम व गुस्से का इजहार भी साफ झलक रहा था। महिलाओं ने अपने हाथ मे तख्तियों पर घटना के विरोध मे स्लोगन के जरिए दलित बेटी के दुष्कर्मी हत्यारों को सजा ए मौत दिये जाने की मांग उठाती देखी गई। स्लोगन मे घटना को लेकर सरकार के विरोध मे भी गुस्से को पढ़ा गया। महिलाओं के कैण्डिल कार्यक्रम को देख बड़ी संख्या मे नगर के व्यापारी व अधिवक्ता तथा आमजन भी समर्थन मे इंदिरा पार्क मे जुट गये। इस मौके पर पूर्व प्रमुख रामकृपाल पासी, छोटेलाल सरोज, जिपंस शिव बहादुर सरोज व इं. ओमप्रकाश, कल्पा वर्मा, शबनम, आसमां, सीमा सरोज, साधना गौतम, कंचनलता श्रीवास्तव, अनीता, राजपति, गुलाबकली, कौशिल्या, रामसुंदर सरोज, धर्मपाल गौतम, राजू सरोज, भगवती प्रसाद तिवारी, ज्ञानप्रकाश शुक्ल, चेयरपर्सन प्रतिनिधि संतोष द्विवेदी, पप्पू तिवारी, श्रीकांत मिश्र, अवधेश पटेल, पप्पू जायसवाल, संयुक्त अधिवक्ता संघ के अध्यक्ष अनिल त्रिपाठी महेश, विकास मिश्र आदि रहे। बडी तादात मे महिलाओं के समूह को चौक पर जमा होते देख स्थानीय पुलिस प्रशासन भी सकते मे आ गया दिखा। आननफानन मे कोतवाली पुलिस महिला विंग के साथ चौक पहुंची और यातायात व्यवस्था समेत अन्य प्रबंधों मे मशक्कत करने लगी।
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