सड़क की जमीन को लेकर गहराया विवाद

 सड़क की जमीन को लेकर गहराया विवाद 

प्रतापगढ़ : जनपद प्रतापगढ़ स्थित ग्रामसभा बारीकला, परगना व तहसील पट्टी के खता संख्या ८६४ और खाता संख्या ८३० के मध्य गुजरने वाली सड़क खाता संख्या ९०८ के सीमांकन के लिए सं १९८८ में श्री राम बहादुर सिंह आदि (जिसमे आधा गांव सम्मलित है ) बनाम स्व.श्री दान बहादुर सिंह के बीच मुक़दमा चला। लेखपाल और कानूनगो कि आख्या के आधार पर फैसला आया और श्री राम बहादुर आदि मुकदमा जीत गए लेकिन स्व. श्री दान बहादुर सिंह ने मामले को उलझाने और परेशान करने के नियत से परगनाधिकारी पट्टी के इस फैसले को फैजाबाद मंडल के अपीलीय न्यायालय में चुनौती दी। गरीबी कि हालत में समस्त सहखातेदार चंदा लगाकर स्वाभिमान के लिए फैजाबाद में मुक़दमा लड़े और वहां से भी जीते और डिक्री मिली लेकिन इसी बीच सड़क कि जगह में स्व.श्री दान बहादुर सिंह ने दालान बनवा लिया जिस वजह से सड़क को टेढ़ा करके बगल कि जमीन से निकालना पड़ा।  

वर्तमान समय में यह सड़क प्रधानमंत्री ग्रामीण सड़क योजना अंतर्गत दोहरीकरण हेतु प्रस्तावित है और स्व. श्री दान बहादुर का दालान भी गिर चुका है जिस वजह से सड़क कि जगह खाली है।इस सम्बन्ध में संदीप कुमार सिंह सूत सुभाष सिंह ने फैजाबाद मंडल कि डिक्री का अनुपालन हेतु ग्रामीण अभियंत्रण विभाग से शिकायत कि जिसके प्रतिउत्तर में  ग्रामीण अभियंत्रण विभाग ने जबाब दिया कि आप जगह कि पैमाइश करा दीजिये सड़क वास्तविक जगह पर पटरी के साथ बना दी जाएगी क्यूंकि पहले पटरी बनान संभव नहीं था। परगनाधिकारी पट्टी के आदेश पर एक अनुभवी लेखपालों कि टीम गठित करके कानूनगो, पुलिस बल, ग्रामीणों और विपक्षी शेष नारायण सिंह कि उपस्थिति में पैमाइश हुई और पाया गया कि सड़क, शिकायतकर्ता संदीप कुमार सिंह के मुख्य द्वार से ५ लट्ठा नक़्शे में अंकित है और सड़क और उसकी पटरी का निर्माण आसानी से हो सकता है।  इसके साथ यह भी स्पष्ट हो गया कि विपक्षी शेष नारायण सिंह पिछले ३४ वर्षो से सड़क कि जगह में दालान बनाये हुए थे। इस पैमाइश के होते ही शेष नारायण सिंह जिसका हिस्सा २७ विस्वा में १/१२ है (लगभग २.५ विस्वा) और लगभग १५ विस्वा सरकारी सार्वजनिक सुरक्षित में कब्ज़ा किये हुए है वो इसे स्वाभिमान/ वर्चस्व कि लड़ाई बनाते हुए देख लेने कि बात किये। इसके बाद उन्होंने अधिकारियों को कैबिनेट मंत्री के नाम से फर्जी फोन करा दिया। इस बाबत पता किया गया तो पता चला कि समस्त जनप्रतिनिधिओं ने न्यायसंगत, कानून और न्यायलय के फैसले का अनुपालन हेतु कहा है। इस संबंध में बढ़ती हुयी राजनीती को भापकर संदीप कुमार सिंह कस्टम हाउस एजेंट, मुंबई पोर्ट और मनीष कुमार सिंह सूबेदार भारतीय थल सेना ने ब्लॉक प्रमुख राजीव प्रताप सिंह उर्फ़ नंदन और कैबिनेट मंत्री राजेंद्र प्रताप सिंह उर्फ़ मोती सिंह से तथा अंत में जनता दर्शन के माध्यम से सुधाकर सिंह ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से व्यक्तिगत रूप से मिलकर न्यायोचित और न्यायालय के आदेश का अनुपालन कराने हेतु अनुग्रह किया। समस्त माननीयो ने यह सुनिश्चित किया की भाजपा शासन में कानून सर्वोपरि है। राजस्व टीम ने जो पैमाइश रिपोर्ट परगनाधिकारी से विभाग को भिजवाई है काम उसी के अनुरूप होगा और इस काम में बाधा पहुंचाने वाले के ऊपर प्रशासन यथोचित कार्यवाही और सख्ती से निपटेगा। आपको अवगत करा दे कि शेष नारायण सिंह अपने अवैध कार्यो को करने के लिए कई प्रभावी लोगो से संगती कर रखे है उन नामो पर विचार कर और जरूरत पडने पर उजागर किया जाएगा उनके और उनके सुपुत्र के द्वारा अवैध तरीके से सरकारी जमीन पर कटाई कराये गए हरे शीशम के वृक्षों का विडिओ सोशल मीडिया पर वायरल हो चुका है इस संबंध में ऑनलाइन १० दिन पूर्व तहसीलदार से अनुमति लेने का प्रावधान है जो उन्होंने नहीं किया है। इस संबंध में हरे वृक्षों कि कटाई करने वाले ठेकेदार राजेश कुमार उर्फ़ भूति से पूछताछ कि गयी तो उन्होंने बताया कि वृक्ष उन्होंने अपना बता के कटा लिया है लेकिन अगर गवाही देने कि बात आयी तो वह जरूर उपस्थित होंगे। उक्त मामले में स्थानीय पुलिस प्रशासन की भूमिका संदेहास्पद प्रतीत हो रही है यदि जल्द से जल्द उक्त मामले को गंभीरता से लेते हुए उचित कार्यवाई नही की गई तो शिकायतकर्ता प्रतापगढ़ के कप्तान से शिकायत करने के लिए बेबस हो जाएंगे।

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